जापान का ग्रेट सुनामी वॉल: सुनामी से बचने जापान ने बना दिया 395 कि.मी. लंबी दीवार

जापान का ग्रेट सुनामी वॉल: सुनामी से बचने जापान ने बना दिया 395 कि.मी. लंबी दीवार


जापान एक ऐसा देश है जो प्राकृतिक आपदाओं के लिए जाना जाता है, खासकर भूकंप और सुनामी। 2011 में जापान में आई भयानक सुनामी ने करीब 20,000 लोगों की जान ले ली थी और पूरे देश को झकझोर दिया था। इस आपदा के बाद जापान सरकार ने फैसला किया कि ऐसी भयंकर घटनाओं से बचने के लिए मजबूत सुरक्षा इंतजाम होने चाहिए।

ग्रेट सुनामी वॉल: एक मजबूत दीवार

जापान ने सुनामी से बचने के लिए एक ऐसा और प्रभावी तरीका अपनाया है। पूर्वोत्तर जापान की तट रेखा पर लगभग 400 किलोमीटर लंबी समुद्री दीवारें बनाई गई हैं ताकि बड़ा सुनामी आने पर समय मिल सके। ये 14.7 मीटर ऊंची हैं और पहले की दीवारों से कहीं प्रबल हैं। साथ ही लंबे-लंबे पेड़ भी लगाए गए हैं जो लहरों को कम करते हैं।
जापान में 2011 की सुनामी का दृश्य 

दीवार का मकसद और निर्माण

इन दीवारों का असली मकसद लहरों को पूरी तरह रोकना नहीं, बल्कि उन्हें कम करना और लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचने का कीमती समय देना है। दीवार की नींव कई जगह 25 मीटर गहरी है ताकि दीवार मजबूत हो और ऊंचे तूफानों व लहरों का सामना कर सके।

जापान की सुनामी चेतावनी प्रणाली

जापान में सुनामी चेतावनी प्रणाली बहुत उन्नत है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) अपने तटीय निगरानी तंत्र को जोनोन रिवर जैपर आधारित अपने सटीक ऊंचाई मशीनी का उपयोग करके सुनामी की ऊंचाई और प्रभाव के बारे में वास्तविक समय में डेटा इकट्ठा करने के लिए सक्रिय करती है। जेएमए जैपर आधारित समुद्र में स्थापन वाले सेंसर और उपग्रह डेटा का सहारा लेकर सुनामी की लहरों की ऊंचाई को मापती है। 

जापान में सुनामी का इतिहास

जापान में सुनामी की बहुत सारी घटनाएं घटी हैं जिन्होंने विनाशकारी प्रभाव डाला है। हमेशा की तरह, 2011 की सुनामी ने जापान का पूर्वोत्तर तट नष्ट कर दिया था, जिसमें हजारों की संख्या में लोगों की जान गई थी और बहुत व्यापक नुकसान मचा था। इसके अतिरिक्त, 1896 में जापान में मीजी सानरिकु सुनामी ने सबसे अधिक नुकसान मचा था, जिसमें लगभग 22 हजार से भी अधिक लोगों की जान गई थी।

जापान में क्यों आते हैं हमेशा भूकंप ?
जापान में 2011 की सुनामी

जापान पृथ्वी की सतह पर लगातार हिलती और डुलती रहती हुई टेक्टोनिक प्लेट्स के हिस्से पर स्थित है, जिन्हें रिंग ऑफ फायर के नाम से जाना जाता है। चार बड़ी टेक्टोनिक प्लेटों के मीटिंग पॉइंट पर स्थित जापान पैसिफिक, फिलिपीन, यूरेशियन और नॉर्थ अमेरिकन प्लेटें हैं। जब भी ये चार प्लेटें आपस में टकराती हैं तो भूकंप का आना होता है।

जापान की ग्रेट सुनामी वॉल जापान के लिए एक अद्वितीय और प्रभावी तरीका है जिससे जापान सुनामी से बचाव के लिए तैयार है। जापान की सुनामी चेतावनी प्रणाली और दुर्जेय दीवारें लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचने का समय देती हैं और जान-माल की हानि कम करती हैं। जापान की यह पहल अन्य देशों के लिए भी एक उदाहरण है जो प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए तैयारियों में जुटे हैं।.

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