अब शादी के लिए रिश्ता खोजना होगा आसान: वैवाहिक वेबसाइट तैयार, सभी जिलों का मिलेगा अपडेट

अब शादी के लिए रिश्ता खोजना होगा आसान: वैवाहिक वेबसाइट तैयार, सभी जिलों का मिलेगा अपडेट

• युवा टीम निशुल्क उपलब्ध करा रही सुविधा, समाज में ऐसी पहले पहली बार हुई

• रिश्ते ढूंढने भटक रहे थे परिजन, युवाओं ने बना दी वेबसाइट

उत्कल विवाह वेबसाइट: बेटियों के लिए रिश्ते नहीं आ रहे। माता-पिता को आसपास के रिश्तेदारों से लेकर अलग-अलग जिलों तक अपने बच्चों का जीवनसाथी तलाशने भटकना पड़ रहा है। नतीजा समाज में प्रेम विवाह का चलन बढ़ने लगा है। छोटी उम्र में ही बच्चों के विवाह के लिए माता-पिता को प्रयास शुरू करना पड़ रहा है।

हर घर की इन तमाम परेशानियों को देखते हुए उत्कल समाज के युवाओं ने मिसाल प्रस्तुत की है। समाज के 25-30 युवाओं का ग्रुप पहले महीनों तक इन समस्याओं को परखता रहा। फिर चार-पांच बैठकें की और फैसला लेकर दुर्ग जिला, छत्तीसगढ़ समेत देशभर के अलग-अलग जगहों पर रहने वाले उत्कलवासियों के लिए वैवाहिक वेबसाइट (UtkalVivah.com) तैयार कर दी। अब इसका सादे समारोह में उद्घाटन कर युवाओं की टीम बस्तियों, कॉलोनियों जहां पश्चिम ओडिशा के लोग रहते हैं, वहां कैंप लगाकर लोगों को जागरूक करने में जुटी है। प्रदेश में समाज की यह पहली निशुल्क वैवाहिक वेबसाइट है। युवाओं की टीम के प्रमुख अर्जुन महानंद ने बताया कि

पूरी तरह निःशुल्क है वेबसाइट 

यह वेबसाइट समाज के लोगों के लिए पूरी तरह निशुल्क है। इसमें समाज के लोग अपने बेटे-बेटियों का बायोडाटा अपलोड कर सकते हैं। इसके सुखद परिणाम भी दिख रहे, महीनेभर के अंदर ही दुर्ग-भिलाई, महासमुंद, रायपुर से लेकर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से वेबसाइट पर एंट्री की जा रही है।

युवाओं ने बताया कि समाज में समय के साथ बदलाव के लिए यह पहल की जा रही है। आज भी ज्यादा परिवारों के बड़े-बुजुर्ग टेक्नोलॉजी के साथ नहीं जुड़ पाए हैं। ऐसे में युवाओं की टीम हर बस्ती व शहरों में शिविर लगाकर इसके लिए जागरूक करेंगे। वर्तमान में इसे दुर्ग ફલૂ વું दुर्ग जिले से शुरू कर पूरे प्रदेश से जोड़ा गया है। इसके बाद ओडिशा और अन्य राज्यों में भी लोग अपने बच्चों के विवाह के लिए उनका बायोडाटा अपलोड कर सकते हैं। युवाओं की इस पहल को शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव समेत जनप्रतिनिधियों और समाज के वरिष्ठों ने भी सराहा है। आगे और भी नए कार्य किए जाएंगे।


कैंप लगाकर समाज के लोगों करेंगे जागरूक

उपसंचालक कमल सुरजाल, मोहन मोंगराज ने बताया कि जिले व प्रदेश में जहां-जहां पर पिश्चम ओडिशा के लोग रहते हैं, उनकी टीम वहां पर कैंप लगाकर परिवारों से स्वयं फॉर्म भरवाएगी। जनप्रतिनिधियों, कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। आज पढ़े-लिखे युवक-युवतियां व परिवार स्वयं वेबसाइट पर डाटा डाल रहे हैं, लेकिन जिन परिवारों के लोग पढ़े-लिखे नहीं है, उन्हें दिक्कत आती है। इसलिए यह पहल भी उनकी टीम करेगी। उनकी टीम में मौत महानंद, संगीता नाग, सुष्मा बाघ, कस्तुरी मोगराज, संतोष, रमेश बाघ सहित अन्य युवा शामिल हैं।

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