छत्तीसगढ़ में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू होने में अभी 20 दिन से अधिक का समय बचा है। इस साल धान की खरीदी 17 नवंबर से प्रारंभ होगी। हालांकि राज्य सरकार ने 15 नवंबर से धान खरीदी करने का निर्णय लिया है, लेकिन 15 नवंबर शनिवार--रविवार को शासकीय अवकाश होने के कारण धान खरीदी 15 के बजाय 17 नवंबर से ही शुरू हो पाएगी।
धान का एमएसपी वर्ष 2025-26
सामान्य- 2369
ग्रेड ए - 2389
(राशि रुपए में प्रति क्विंटल)
दूसरी ओर दीपावली त्यौहार के बाद धान की कटाई व मिंजाई का काम तेजी से शुरू हो गया है। ऐसे में किसानों के लिए धान को सुरक्षित रखने की समस्या है धान की कटाई व मिंजाई के बाद उसे खलिहानों में ही रखना पड़ रहा है। अगर अचानक बारिश हो गई है, तो धान को नुकसान होने का खतरा बढ़ जाएगा। किसानों का कहना है कि धान खरीदी में देरी होने से परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। आर्थिक परेशानियों से भी जूझना पड़ रहा है। धान के रखरखाव और परिवहन का खर्च भी बढ़ेगा। गौरतलब है कि पिछले साल 14 नवंबर से धान खरीदी प्रारंभ की गई थी। इसके पहले के वर्षों में राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव के अवसर पर 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू होती थी। इस बार प्रदेश में लगातार हुई बारिश के कारण राज्य सरकार ने धान खरीदी 15 नवंबर से 31 जनवरी तक करने का फैसला लिया है।
प्रदेश में डिजिटल क्रॉप सर्वे के माध्यम से 23 लाख हेक्टेयर रकबे का सर्वे कराया गया है प्रदेश के 20 हजार गांवों में डिजिटल क्रॉप सर्वे व मैन्युअल गिरदावरी के डेटा का ग्रामसभा में पठन-पाठन भी कराया जा रहा है।
2739 खरीदी केन्द्र बनाए गए
प्रदेश में 2739 खरीदी केन्द्रों में धान खरीदी होगीं। समितियों को खरीद शून्य सूखत आने पर 5 रुपए प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। धान खरीदी के लिए नए और पुराने जूट बारदाने की व्यवस्था रहेगी। केंद्र सरकार ने वर्ष 2025- 26 के लिए केंद्रीय पूल में 73 लाख मीट्रिक टन चावल का लक्ष्य दिया है।
केंद्र सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य की राशि का भुगतान किसानों को 6-7 दिन के भीतर किया जाएगा। वहीं, अंतर की राशि का भुगतान किसानों को बाद में एकमुश्त किया जाएगा। खाद्य विभाग के मुताबिक धान के व्यपवर्तन और पुनर्चक्रण को रोकने चौकस और मजबूत प्रशासनिक ढांचा तैयार किया गया है।


