Garbage cafe Ambikapur CG|प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात के जरिए देश को संबोधित किया। पीएम ने इस दौरान देशवासियों को त्योहारों की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने छठ का जिक्र करते हुए कहा कि छठ का महापर्व संस्कृति, प्रकृति और समाज के बीच की गहरी एकता का प्रतिबिंब है। छठ के घाटों पर समाज का हर वर्ग एक साथ खड़ा होता है ये दृश्य भारत की सामाजिक एकता का सबसे सुंदर उदाहरण है।
पीएम मोदी ने इस दौरान छत्तीसगढ़ और कर्नाटक का जिक्र किया। पीएम ने छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर की प्लास्टिक कचरा साफ करने की पहल गारबेज कैफे के बारे में कहा-
ये ऐसे कैफे हैं,जहाँ प्लास्टिक का कचरा लेकर जाने पर भरपेट खाना खिलाया जाता है। अगर कोई व्यक्ति एक किलो प्लास्टिक कचरा लेकर जाए तो उसे दोपहर या रात का खाना मिलता है और कोई आधा किलो प्लास्टिक लेकर जाए तो नाश्ता मिल जाता है। ये कैफे अंबिकापुर नगरपालिका चलाता है।
क्या है इस कैफे की खासियत
इस कैफे की खासियत यह है कि यह न केवल प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करने का एक प्रभावी तरीका है, बल्कि गरीब और जरूरतमंद लोगों को भरपेट भोजन भी प्रदान करता है। इस पहल से शहर को साफ रखने में मदद मिलती है और लोगों को अपने आसपास के वातावरण को साफ रखने के लिए प्रेरित किया जाता है।
अंबिकापुर नगर निगम के अधिकारियों का मानना है कि यदि हर शहर में ऐसे कैफे खोले जाएं, तो यह दोहरी समस्या का समाधान बन सकता है। एक ओर गरीबों को भोजन मिलेगा, तो दूसरी ओर शहर प्लास्टिक मुक्त होंगे। इससे रिसाइक्लिंग उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
इसी तरह पीएम ने बंगलूरू की एक खास पहल का जिक्र करते हुए कहा, बंगलूरू को झीलों का शहर कहा जाता है और इंजीनियर कपिल शर्मा जी ने यहां झीलों को नया जीवन देने का अभियान शुरू किया है। कपिल की टीम ने बंगलूरू और आसपास के इलाकों में 40 कुओं और झीलों को फिर से जिंदा कर दिया है। खास बात तो यह है कि उन्होंने अपने मिशन में कॉरपोरेट्स और स्थानीय लोगों को भी जोड़ा है।


