धान बेचने के लिए किसानों को एग्रीस्टैक पंजीयन अनिवार्य: सरकार का बड़ा फैसला -Agristack Farmer Registry

धान बेचने के लिए किसानों को एग्रीस्टैक पंजीयन अनिवार्य: सरकार का बड़ा फैसला -Agristack Farmer Registry

Public News CG: छत्तीसगढ़ सरकार ने धान विक्रय के लिए किसानों को एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है। यह कदम पारदर्शिता लाने और किसानों को योजनाओं का लाभ सीधे उनके खाते तक पहुंचाने के उद्देश्य से उठाया गया है। किसानों को इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाकर इसका लाभ उठाना चाहिए। अब तक 24 लाख से अधिक किसानों ने एग्रीस्टैक पोर्टल से जुड़कर डिजिटल कृषि सेवाओं का लाभ उठाना शुरू कर दिया है।

एग्रीस्टैक पोर्टल क्या है? (Agristack Portal)

एग्रीस्टैक(Agristack) भारतीय कृषि क्षेत्र के लिए एक डिजिटल इकोसिस्टम है जिसे भारतीय सरकार ने विकसित किया है। जिसका उद्देश्य किसानों के लिए एक संपूर्ण डेटाबेस बनाना है जिसमें उनकी पहचान, भूमि रिकॉर्ड, आय, ऋण, फसल की जानकारी और बीमा इतिहास के बारे में जानकारी शामिल है। इस डेटा का उपयोग किसान की सहमति से ही साझा किया जाता है, जिससे उसकी निजी जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहती है।
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पंजीकरण की प्रक्रिया

(Agristack Registartion Process)

किसानों के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया बेहद आसान है। किसान अपने आधार कार्ड और ऋण पुस्तिका के साथ नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) या अपनी सहकारी सोसायटी में जाकर निःशुल्क पंजीकरण करवा सकते हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन भी cgfr.agristack.gov.in वेबसाइट के जरिए खुद से पंजीयन किया जा सकता है।

31 अक्टूबर से पहले कराएं एग्रीस्टेक पंजीयन 

धान खरीदी के लिए किसानों का एग्रीस्टैक पोर्टल में पंजीयन 31 अक्टूबर 2025 तक किया जा सकेगा। अब तक 21.47 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया है। यह पोर्टल आधार लिंक्ड यूनिफाइड एग्रीकल्चर डेटाबेस है, जिससे किसानों को यूनिक फार्मर आईडी मिलेगी और योजनाओं का लाभ पारदर्शी ढंग से मिलेगा।

डिजिटल क्रॉप सर्वे राज्य के 13,879 ग्रामों में पूरा हो चुका है। सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1800-233-1030 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

पंजीकरण के लाभ

✅योजनाओं की डायरेक्ट जानकारी मिलेगी:
 एग्रीस्टैक पोर्टल के माध्यम से किसानों को अब योजनाओं, सब्सिडियों और सहायता राशि की जानकारी सीधे मिल रही है।

✅ प्रक्रिया तेज और आसान होगी:
 इससे न केवल बिचौलियों की भूमिका समाप्त होगी, बल्कि लाभ वितरण की प्रक्रिया भी तेज और पारदर्शी होगी।

✅ किसानों की आमदनी बढ़ेगी:
एग्रीस्टैक पोर्टल भविष्य में कृषि योजनाओं की रीढ़ साबित होगा, जिससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि खेती को वैज्ञानिक और योजनाबद्ध बनाने में मदद मिलेगी।


एग्रीस्टैक पोर्टल छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों को डिजिटल सेवाओं का लाभ प्रदान करना और उनकी आय में वृद्धि करना है। किसानों को इस पोर्टल पर पंजीकरण करवाकर इसका लाभ उठाना चाहिए।  सरकार का लक्ष्य है कि आगामी रबी सत्र तक राज्य के सभी पात्र किसान इस प्लेटफॉर्म से जुड़कर लाभ उठाना सुनिश्चित करें।
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